आवास विकास स्थित राजकीय महाविद्यालय बदायूं में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय में प्रवेश के लिए जागरूकता कार्यक्रम अभियान का शुभारंभ किया गया तथा जुलाई 2024 में प्रवेश प्राप्त लर्नर्स की परिचय सभा भी सम्पन्न हुई। जिसमें उच्च शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा एवं बेसिक शिक्षा के शिक्षक, जनसेवा केन्द्रों के संचालक एवं सभी काउंसलर और लर्नर की सहभागिता रही।
कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि इग्नू क्षेत्रीय केंद्र अलीगढ़ के क्षेत्रीय निदेशक डॉ अजय वर्धन आचार्य , जिला विद्यालय निरीक्षक, डॉ प्रवेश कुमार एवं नितिन कुमार ने माँ सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य डॉ नरेंद्र कुमार बत्रा तथा संचालन डॉ राकेश कुमार जायसवाल ने किया।
सभा को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि डॉ अजय वर्धन आचार्य ने राजकीय महाविद्यालय में संचालित इग्नू अध्ययन केंद्र पर विभिन्न प्रकार के नए पाठ्यक्रमों को प्रारंभ करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि दुनिया का सबसे बड़ा विश्वविद्यालय इग्नू बदायूं जनपद के शैक्षिक पिछड़ेपन के दाग को मिटाना चाहता है। जन-जन का विश्वविद्यालय इग्नू जनता के द्वार पर जाकर उनको कौशल विकास, रोजगार परक शिक्षा और विभिन्न पाठ्यक्रमों के माध्यम से शिक्षित कर रोजगार व स्वरोजगार प्रदान करने की दिशा में कार्य करेगा। डॉ अजय वर्धन ने माध्यमिक शिक्षा के कक्षा 6 से 12वीं के छात्र छात्राओं के लिए कैरियर विकास के कार्यक्रम भी प्रारंभ करेगी। उन्होंने कहा कि अलीगढ़ में क्षेत्रीय प्लेसमेंट सेल का गठन किया जाएगा जिससे युवाओं को रोजगार व स्वरोजगार प्रदान कर शासन की उद्यमशीलता नीति 2015 से जोड़ा जाएगा। कंप्यूटर साक्षरता के लिए बीसीए एमसीए पीजीडीसीए सीसीआईटीएसके कोर्स प्रारंभ किया जाएगा। हाई स्कूल के बाद सीआईटी पाठ्यक्रम भी शुरू होगा। पर्यटन विकास, पत्रकारिता, डिजिटल मीडिया, एनिमल वेलफेयर, हायर एजुकेशन व स्कूल मैनेजमेंट एज्युकेशन टेक्नोलॉजी तथा कृषि के क्षेत्र में एग्री बिजनेस का एमबीए कोर्स भी लाया जाएगा। साइबर लॉ, पर्यावरण अध्ययन, इवेंट मैनेजमेंट, हॉर्टिकल्चर, फूड न्यूट्रिशन कोर्स के द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत व्यावसायिक शिक्षा पर बोल दिया जाएगा। डॉ अजयवर्धन ने बताया कि वैदिक गणित, ज्योतिष, योग, भगवद्गीता एवं वास्तु शास्त्र का पाठ्यक्रम संचालित कर नूतन रोजगार अवसर सृजित किए जाएंगे। पुस्तकालय विज्ञान में डिग्री और डिप्लोमा का कोर्स भी चलाया जाएगा। एमएसडब्ल्यू और ट्रांसलेशन के कोर्स भी शुरू किए जाएंगे। मुख्य अतिथि ने कहा कि इग्नू नैक प्लस प्लस और एनआईआरएफ रैंकिंग में पहला स्थान रखता है।
सभा में उपस्थित श्रोताओं के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि इग्नू से रेगुलर पीएचडी कोर्स भी किया जा सकता है।
विशिष्ट अतिथि जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ प्रवेश कुमार ने इग्नू के पाठ्यक्रम का जन-जन में प्रचार प्रसार करने के लिए माध्यमिक शिक्षा की ओर से पूर्ण सहयोग प्रदान करने का वादा किया। अध्यक्षीय उद्बोधन में प्राचार्य डॉ नरेंद्र कुमार बत्रा ने कहा कि इग्नू की सुविधा बदायूं की आम जनता के लिए वरदान सिद्ध हो रहा है। डॉ बत्रा ने कहा कि सरकार की 1947 तक विकसित भारत बनाने के संकल्प को साकार करने के लिए इग्नू पूरी तरह सक्षम और तत्पर है। उन्होंने सभी अतिथियों को शाल ओढ़ा कर एवं स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया।
इग्नू अध्ययन केंद्र के समन्वयक डॉ संजीव राठौर ने सभी के प्रति आभार ज्ञापित करते हुए अध्ययन केंद्र की प्रगति आख्या प्रस्तुत की। डॉ श्रद्धा गुप्ता डॉ रविंद्र सिंह यादव, डॉ सचिन कुमार, संजीव शाक्य,राजीव पाली, डॉ कृष्ण मुरारी गुप्ता,डॉ शरद अरोड़ा, डॉ रुचि गुप्ता आदि ने सक्रिय रूप से सहयोग प्रदान किया।
इस अवसर पर डॉ बबीता यादव, डॉ सारिका शर्मा,डॉ संजय कुमार, डॉ दिलीप कुमार वर्मा, डॉ प्रियंका सिंह, डॉ राशेदा खातून,डॉ जुनेद आलम, डॉ गौरव कुमार सिंह, डॉ अंकुर शंखधार सहित सैकड़ो लोग उपस्थित थे।
