12:55 am Sunday , 8 June 2025
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बिल्सी के आलू व्यापारी का अपहरण नहीं उठा कर ले गई थी दिल्ली पुलिस

कासगंज पुलिस ने ली राहत की सांस।——————- बिल्सी बदायूं 12 जनवरी।

कासगंज से शनिवार की शाम भरतपुर से आलू बेचकर आ रहे बिल्सी के दो व्यापारियों को शहर के बांकनेर इलाके से दिल्ली नंबर की स्कार्पियो कार सवार उठा कर ले गए। शहर में अपहरण की सूचना मिली और पुलिस बल भी मौके पर तुरंत पहुंच गया। अपहरणकर्ताओं की तलाश के लिए व्यापक स्तर पर चेकिंग अभियान चलाया गया। जिले की पुलिस के साथ ही आस-पास के जिलों की पुलिस को अलर्ट किया गया। रात भर अपहरण की सूचना पर पुलिस चकरघिन्नी बनी रही, लेकिन बाद में यह पता चला कि आलू व्यापारियों का अपहरण नहीं हुआ था, बल्कि उन्हें दिल्ली पुलिस उठाकर ले गई।
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कासगंज की सदर कोतवाली पुलिस को सूचना मिली कि
बीती शनिवार की रात सदर कोतवाली पुलिस को सोशल मीडिया के माध्यम से सूचना मिली कि आलू कारोबारी वकील और शाहिद, निवासी बिल्सी बदायूं, अपनी आई टेन 20 कार से भरतपुर से आलू बेचकर लौट रहे थे। उनके पास लाखों रुपये की नकदी भी थी। कासगंज कोतवाली क्षेत्र के बांकनेर इलाके से दिल्ली नंबर की काली स्कार्पियो सवार तीन लोगों ने अपहरण कर लिया। कार को चालक सहित साथ ले गए थे। इस घटना के बाद क्षेत्र में लूटपाट और अपहरण की सूचना फैल गई, और सोशल मीडिया पर अफवाहें उड़ने लगीं।
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घटना की जानकारी मिलते ही सदर कोतवाली पुलिस और एसओजी ने बैरियर लगाकर चेकिंग अभियान शुरू कर दिया। रात भर जिले की पुलिस चकरघिन्नी बनी रही। सुबह यह पता चला कि आलू व्यापारियों का अपहरण नहीं हुआ था। दरअसल, दिल्ली के त्रिलोकपुरी थाना पुलिस ने उन्हें उठा लिया था। एक आलू व्यापारी के खिलाफ दर्जनभर आपराधिक मामले दर्ज थे, और वह हिस्ट्रीशीटर भी था और वांछित चल रहा था।
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सदर कोतवाली क्षेत्र के बांकनेर इलाके से लगभग पांच बजे दिल्ली नंबर की स्कार्पियो कार (डीएल 7 सीटी 6213) सवार आलू व्यापारी और ड्राइवर को लेकर चली गई थी। इस बीच, कुछ स्थानीय लोगों ने कार का नंबर कासगंज पुलिस को दे दिया। पुलिस ने उसी नंबर की तलाश शुरू की। दिल्ली में कार के मालिक से संपर्क किया गया, तब यह सामने आया कि कार में अपहरणकर्ता नहीं थे, बल्कि दिल्ली की स्पेशल सेल पुलिस थी। इस घटना की जानकारी पुलिस ने आलू व्यापारी के भाई रफीक, पुत्र कल्लू, निवासी बिल्सी को दी है।
———————– गोविन्द देवल, राजेश वार्ष्णेय एमके।

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