सादर नमन
श्रद्धांजलि
सुप्रभात
विनम्र अभिवादन
पंचांग
कोटि कोटि प्रणाम
कोटि कोटि नमन
आज की जरूरत
नमस्ते जी– आचार्य संजीव रूप
*नमस्ते जी
* “आचार्य संजीव रूप ”
*ज्येष्ठ – कृष्ण – तृतीया – २०८२*
*1 5 मई 2025*
~~~~~~~~~~~~~~~~ दिन —– *गुरुवार* तिथि — *तृतीया* नक्षत्र — *ज्येष्ठा* पक्ष —— *कृष्ण* माह– — *ज्येष्ठ* ऋतु ——- *ग्रीष्म* सूर्य —- *उत्तरायण *उत्तर* गोल विक्रम सम्वत — 2082 दयानन्दाब्द …