बदायूं की बात – सुशील धींगडा के साथ
बदायूं सदर सीट से भाजपा के विधायक, पूर्व मंत्री महेश चंद्र गुप्ता की कार्यप्रणाली परिवार के उस छोटे सदस्य की तरह है जो हर सुख में खुश और दुख में दुखी नजर आता ह ैपरंतु अपने मन की शिकायत किसी से नहीं करते। प्रदेश सरकार में मंत्री बने और अब विधायक हैं लेकिन कार्यप्रणाली वही जो हरिबोल कराते हैं। हंस कर मिलना और हरिबोल से अपनी बात को शुरू करके हरिबोल महाराज के जयकारे से बात का समापन करना, समाज में गरीब हो अथवा अमीर हर एक सुख और दुख में सहभागिता करने के साथ हर नागरिक से चेहेरे पर मुस्कान और मन में विश्वास के साथ मिलना विधायक श्री गुप्ता की वह कार्यप्रणाली है जो उनकी राजनेतिक धरोहर बनती जा रही है जबकि क्षेत्र के विकास पर गहरी सोच श्री गुप्ता की राजनेतिक मजबूती का आधार बनाती दिख रही है। क्षेत्र के विकास के चिंतन साथ देश को विश्व गुरू बनाने का सपना देखने वाले राजनीति में बहुत मुश्किल से दिखते हैं परंतु बदायूं की राजनीति में श्री गुप्ता अंगद के पांव की तरह मजबूती से अपनी पकड बनाते दिखाई देते हैं।
