राजकीय महिला महाविद्यालय, बदायूं में राष्ट्रीय सेवा योजना विशेष शिविर का शुभारंभ
बदायूं, 29 जनवरी 2025 – राजकीय महिला महाविद्यालय, बदायूं में आज राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) के सात दिवसीय विशेष शिविर का शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. राजधन ने की, जबकि शिविर का संचालन राष्ट्रीय सेवा योजना की कार्यक्रम अधिकारी डॉ. भावना सिंह के नेतृत्व में हुआ।
शिविर का उद्घाटन महाविद्यालय प्राचार्य द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। इस अवसर पर स्वयंसेविकाएं अंशिका एवं रिया राना ने ‘या कुंदेंदु तुषार हार धवला’ स्तुति का गायन कर मां सरस्वती की वंदना की। तत्पश्चात मंचासीन मुख्य अतिथि एवं अन्य अतिथियों का बैज लगाकर स्वागत किया गया। स्वागत कार्यक्रम के अंतर्गत स्वयंसेविकाएं राधिका पाल एवं अंशिका ने मनमोहक नृत्य प्रस्तुति दी।
शिविर के दौरान श्रीमती अर्चना पांडेय एवं डॉ. भावना सिंह ने स्वयंसेविकाओं को राष्ट्रीय सेवा योजना का लक्ष्य गीत गवाया। इसके बाद डॉ. भावना सिंह ने स्वयंसेविकाओं को राष्ट्रीय सेवा योजना का परिचय, इसके उद्देश्य, प्रमुख गतिविधियों तथा सामान्य एवं विशेष शिविर की कार्यप्रणाली के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
मुख्य अतिथि प्राचार्य डॉ. राजधन ने अपने प्रेरणादायक उद्बोधन में स्वयंसेविकाओं को अनुशासन और सेवा भावना के महत्व से अवगत कराया तथा उन्हें अपने व्यक्तित्व में इन गुणों को आत्मसात करने के लिए प्रेरित किया।
शिविर के सुचारू संचालन हेतु डॉ. भावना सिंह एवं श्रीमती अर्चना पांडेय ने स्वयंसेविकाओं को रानी लक्ष्मीबाई, सरोजिनी नायडू, किरण बेदी, इंदिरा गांधी, अहिल्याबाई होल्कर, कल्पना चावला एवं प्रतिभा पाटिल जैसी सशक्त नारियों के नाम पर सात टोलियों में विभाजित किया। प्रत्येक टोली को शिविर के विभिन्न दिवसों में विशेष कार्य सौंपे गए।
इस अवसर पर स्वयंसेविकाओं अनमता इस्लाम, अनम सलीम सैफी, अंशिका, मंजरुल फातिमा, तैबा और मुस्कान ने राष्ट्रीय सेवा योजना में पंजीकरण के लाभों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना के माध्यम से व्यक्तित्व विकास, लोगों के साथ विचारों का आदान-प्रदान, और विभिन्न पहलुओं पर ज्ञान की प्राप्ति जैसे महत्वपूर्ण लाभ प्राप्त होते हैं, जिनसे उन्हें व्यक्तिगत और सामाजिक दोनों स्तर पर लाभ मिलता है। प्रथम दिवस की गतिविधियों का संचालन प्रतिभा पाटिल टोली की स्वयंसेविकाओं ने किया। कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ. भावना सिंह ने किया। शिविर के आगामी दिवसों में विभिन्न सामाजिक व सेवा संबंधी गतिविधियाँ आयोजित की जाएंगी, जिससे स्वयंसेविकाओं में नेतृत्व क्षमता, सामाजिक उत्तरदायित्व एवं सेवा भावना का विकास हो सके।
कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ सतीश कुमार, कु सरिता गौतम व समस्त महाविद्यालय परिवार का सहयोग प्राप्त हुआ।