बदायूं की बात – सुशील धींगडा के साथ
पिता और पुत्र के राजनेतिक जीवन के उपरांत जनपद के कुछ ऐसे परिवार हैं जिनसे राजनीति रूठ सी गई। इसमें कुछ तो ऐसे परिवार हैं जो राजनीति से ही दूर नजर आ रहे हैं जबकि कुछ परिवार जनता के करीब नहीं हो पा रहे हैं। इस बात पर मंथन किया जाए तो स्व असरार अहमद और उनके पुत्र स्व अवरार अहमद, बाबू ब्रज बल्लभ और उनके पुत्र योगेन्द्र गर्ग उर्फ कुन्नू बाबू, स्व पं त्रिवेनी सहाय और उनकी पुत्री स्व श्रीमती संतोष कुमारी पाठक, राजा जी परषोत्तम लाल भदवार और उनकी पुत्री श्रीमती प्रमिला भदवार मेहरा ऐसे नाम हैं जो अपने परिवार की राजनेतिक विरासत को सम्भालने में आम आदमी के नजरियें में सफल नहीं हो पाये।
