माहे आलम बने खेल एवं युवा मामलों के मंत्रालय में उप निदेशक, युवाओं में जश्न का माहौल। वर्तमान समय में जिला युवा अधिकारी के रूप में रामपुर एवं बदायूं में तैनात थे।
बदायूं: उत्तर प्रदेश के सिरसी के रहने वाले माहे आलम ने मात्र 30 वर्ष की उम्र में खेल एवं युवा मामलों के मंत्रालय, भारत सरकार में उप निदेशक के पद पर पदोन्नति प्राप्त कर अपने जिले और राज्य का नाम रोशन किया है। इस खबर बदायूं के युवाओं, कार्यालय स्टाफ, और स्थानीय समुदाय में उत्सव का माहौल है। माहे आलम के इस उपलब्धि ने उन्हें युवाओं के लिए एक प्रेरणास्रोत बना दिया है।
माहे आलम ने अपनी इस सफलता का श्रेय सर्वशक्तिमान ईश्वर और भारत सरकार को दिया। उन्होंने कहा, “यह मेरे जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक है। मैं ईश्वर का आभारी हूं, जिन्होंने मुझे इस योग्य बनाया, और भारत सरकार का धन्यवाद करता हूं, जिन्होंने युवाओं को सशक्त बनाने के लिए ऐसे अवसर प्रदान किए। यह मेरी अकेली नहीं बल्कि पूरी टीम की मेहनत और समर्पण का परिणाम है।”
माहे आलम वर्तमान में दिल्ली में आधिकारिक कार्यों के लिए तैनात हैं और आगामी राष्ट्रीय युवा महोत्सव की तैयारियों में जुटे हुए हैं। उनकी इस उपलब्धि के बाद बदायूं के कार्यालय स्टाफ और युवा कार्यकर्ता उनके लौटने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। वे चाहते हैं कि जब माहे आलम दिल्ली से लौटें, तो उनका भव्य स्वागत किया जाए और उन्हें उनकी इस सफलता के लिए सम्मानित किया जाए।
नेतृत्व की मिसाल
माहे आलम ने अपने कार्यकाल के दौरान कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं का नेतृत्व किया, जिन्होंने सामुदायिक विकास और युवाओं को जागरूक करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने ‘स्वच्छता ही सेवा’, ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’, ‘नशा मुक्त भारत अभियान’, और ‘पर्यावरण संरक्षण’ जैसे कार्यक्रमों को जमीनी स्तर पर प्रभावी तरीके से लागू किया। उनके नेतृत्व में बदायूं जिले में युवाओं के बीच जागरूकता फैलाने के साथ-साथ सामुदायिक सेवा को भी प्राथमिकता दी गई।
उनके सहयोगियों का कहना है कि माहे आलम न केवल एक कुशल प्रशासक हैं, बल्कि युवाओं को प्रेरित करने वाले एक सशक्त नेता भी हैं। उन्होंने हमेशा सामूहिक प्रयासों को महत्व दिया और युवाओं के विकास में पूरी प्रतिबद्धता दिखाई।
युवाओं में उत्साह
उनकी पदोन्नति की खबर के बाद रामपुर और बदायूं के युवाओं में खासा उत्साह है। युवाओं का कहना है कि माहे आलम ने दिखा दिया कि समर्पण और मेहनत से किसी भी ऊंचाई को हासिल किया जा सकता है। उनकी सफलता ने जिले के युवाओं को भी बड़े सपने देखने और उन्हें पूरा करने का हौसला दिया है।
बदायूं के कार्यालय स्टाफ ने कहा, “माहे आलम ने अपने काम से न केवल हमें बल्कि पूरे समुदाय को गर्व महसूस कराया है। उनके नेतृत्व में हम सभी ने बहुत कुछ सीखा है, और उनकी पदोन्नति से यह साबित होता है कि सही दिशा में किए गए प्रयास कभी व्यर्थ नहीं जाते।”
राष्ट्रीय स्तर पर नई जिम्मेदारी
उप निदेशक के पद पर पदोन्नति के बाद माहे आलम को राष्ट्रीय स्तर पर बड़ी जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। उन्हें दिल्ली में आगामी राष्ट्रीय युवा महोत्सव के आयोजन से जुड़े कार्यों में लगाया गया है। उनके सहयोगियों का कहना है कि माहे आलम जैसे कुशल और ऊर्जावान अधिकारी की यह पदोन्नति निश्चित रूप से खेल एवं युवा मामलों के मंत्रालय के उद्देश्यों को नई ऊंचाई पर ले जाएगी।
समुदाय की प्रतिक्रिया
स्थानीय समुदाय ने भी माहे आलम की इस उपलब्धि पर खुशी जाहिर की है। उनके गृह क्षेत्र सिरसी में भी लोग उनके परिवार को बधाई दे रहे हैं और उनकी इस सफलता को पूरे जिले के लिए गौरव का क्षण मान रहे हैं।
आगे की राह
माहे आलम ने कहा कि उनकी प्राथमिकता युवाओं के कल्याण और देश के निर्माण में उनकी भागीदारी को सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा, “हमारा देश युवाओं का देश है। अगर हम उन्हें सही दिशा और अवसर देंगे, तो वे देश को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकते हैं।”
उनकी इस सफलता ने न केवल उनकी बल्कि पूरे जिले और राज्य की प्रतिष्ठा को बढ़ाया है। रामपुर और बदायूं के युवा बेसब्री से उनके लौटने का इंतजार कर रहे हैं ताकि वे उन्हें इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए बधाई दे सकें और प्रेरणा प्राप्त कर सकें।