कस्बा कादर चौक में घूम रहे हैं कटे हुए जानवर दर-दर भटक रहे जानवर भूखे प्यासे खेतों में जाते हैं तो इनका यह हाल होता है कभी खेत मालिक मरते हैं तो कभी ब्लड के तार से कट जाते हैं कादर चौक में खुलेआम वंश घूम रहे हैं जिन्हें खाने-पीने की उच्च अधिकारी नहीं तो उनके रहने की ना खाने पीने की कोई भी व्यवस्था में उपलब्ध नहीं हो रही है इसी कारण दर-दर रात दिन ठंड में उधर-उधर घूमने को मजबूर है
