12:52 pm Thursday , 12 June 2025
BREAKING NEWS

लोक अदालत का आयोजन

उपरोक्त विषयक माननीय राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली एवं उ0प्र0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के निर्देशों के अनुपालन में माननीय जनपद न्यायाधीश / अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बदायूं के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बदायूँ द्वारा आज दिनांक 09.09.2023 को जनपद बदायूँ में समय पूर्वान्ह 10:00 बजे से राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया है। सर्वप्रथम पंकज कुमार अग्रवाल, जनपद न्यायाधीश / अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बदायू द्वारा प्रातः 10:00 बजे दीप प्रज्जवलित कर सरस्वती माता पर माल्यार्पण कर राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारम्भ किया गया। इसके उपरान्त माननीय महोदय श्री सौरभ सक्सेना, नोडल अधिकारी, राष्ट्रीय लोक अदालत / अपर विशेष न्यायाधीश, पॉक्सो एक्ट न्यायालय संख्या 03, बदायूँ द्वारा अपने वक्तव्य में समस्त बैंक एवं वादाकारीगणों से अधिक से अधिक वादों का निस्तारण करने की अपील की गयी एवं श्रीमती सारिका गोयल, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश / सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बदायूँ के ने अपने वक्तव्य में कहा कि उ०प्र० राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ के निर्देशानुसार 1 वर्ष में लगभग 4 राष्ट्रीय लोक अदालतों का आयोजन किया जाता है, ताकि गरीब/ निर्धन व्यक्तियों को सस्ता सुलभ त्वरित न्याय आपसी समझौते के आधार पर किया जा सके एवं अधिक से अधिक वादों का निस्तारण करने हेतु अपील की। इसके उपरान्त समस्त न्यायालयों एवं बैंको द्वारा जनपद न्यायालय परिसर में विभिन्न स्थानों पर लगाये गये कैम्पों का निरीक्षण कर वादकारियों की समस्याओं के बारे में पूछकर उनकी समस्याओं का निस्तारण किया गया। निरीक्षण के दौरान जनपद न्यायालय परिसर में स्थित केन्द्रीय सभागार में माननीय जनपद न्यायाधीश / अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बदायूं द्वारा बैंकों के सभी प्रतिनिधियों एवं आमजन को सम्बोधित कर आपसी समझौते के आधार पर अपने विवादों का निस्तारण कराये जाने हेतु बल दिया गया।

उक्त लोक अदालत में श्री सत्य प्रकाश प्रधान न्यायाधीश, कुटुम्ब न्यायालय, बदायूं एवं श्री परशु राम, अपर प्रधान न्यायाधीश, कुटुम्ब न्यायालय, बदायूं द्वारा अपने-अपने न्यायालयों में आपसी समझौते के आधार पर 123 पारिवारिक विवादों का निस्तारण किया गया। इस अवसर पर पति-पत्नी द्वारा आपस में फूल-माला पहनाकर अपने सम्बन्धों को जीवन पर्यन्त खुशहाल रहने का एक दूसरे से वादा किया।

इसी कम में श्रीमती मचला अग्रवाल, पीठासीन अधिकारी, मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण, बदायूं द्वारा अंकन 37063000 /- रूपये की धनराशि के कुल 60 मोटर दुर्घटना प्रतिकर याचिकाओं का निस्तारण किया गया।

उक्त राष्ट्रीय लोक अदालत में प्री-लिटिगेशन से सम्बन्धित वादों में विभिन्न बैंकों के 1250 मामले भारत संचार निगम लि0 के 13 मामले स्थानीय निकाय के 843 मामले विद्युत बिल से सम्बन्धित 531 मामले राजस्व सम्बन्धित 429 मामले एवं अन्य प्रकार के 30079 मामले थे इस प्रकार कुल 33145 प्री-लिटिगेशन मामलों का एवं न्यायालयों में लम्बित फौजदारी वादों एवं सिविल वादों में लगभग 8236 वादों निस्तारण हुआ।

इस प्रकार उक्त राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 41584 वादों का निस्तारण हुआ

उक्त राष्ट्रीय लोक अदालत में जनपद न्यायालय बदायूँ के सुनीत चन्द्र सोनू प्रथम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश, मानवाधिकार अधि0 उदय भान सिंह, विशेष न्यायाधीश एस०सी०/ एस०टी० पी०ए०) एक्ट, इश्तियाक अली, विशेष न्यायाधीश, दस्यु प्रभावित क्षेत्र, अखिलेश कुमार विशेष न्यायाधीश आवश्यक वस्तु अधि० दीपक यादव, विशेष न्यायाधीश, पाक्सो एक्ट, मोहम्मद नसीम, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश, न्यायालय संख्या-7, डॉ० मोहम्मद इलियास, अपर विशेष न्यायाधीश, न्यायालय सं0 8 बदायूं श्री योगेश कुमार, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश न्यायालय संख्या-5 श्री सौरम सक्सेना अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश, पाक्सो एक्ट श्रीमती मिर्ज़ा जीनत, अपर विशेष न्यायाधीश पाक्सो एक्ट, न्यायालय सं0-2. नवनीत कुमार भारती, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश न्यायालय संख्या-10, विजय कुमार गुप्ता तृतीय अपर जिला एवं A सत्र न्यायाधीश / महिलाओं के प्रति अपराध शिव कुमारी, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश / त्वरित न्यायाधीश, मो० साजिद, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट लीलू, सिविल जज (सी०डि0). प्रियंका, द्वितीय अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट मनाली चन्द्रा, अपर सिविल जज ( जू०डि०), न्यायालय संख्या-3 पंकज कुमार पाण्डेय, न्यायिक मजिस्ट्रेट, न्यायालय संख्या-1 समृद्धि मिश्रा, अपर सिविल जज (जूनियर डिवीजन) न्यायालय संख्या-2 सुश्री राखी भदौरिया, अपर सिविल जज ( जू०डि०) न्यायालय संख्या-4 सुश्री रोहिनी उपाध्याय, अपर सिविल जज ( जू०टि०) न्यायालय संख्या-5, सुश्री सौम्या अरून, अपर सिविल जज ( जू०डि०), न्यायालय संख्या-7 सुश्री पिंकी वर्मा, अपर सिविल जज ( जू० डि0) न्यायालय संख्या 6 अर्जित वर्मा, अपर सिविल जज ( जू० डि0) / त्वरित न्यायाधीश (महिलाओं के प्रति अपराध) गरिमा सिंह, सिविल जज ( जू०डि०) / त्वरित न्यायाधीश. बदायूँ आदि सम्मानित अधिकारीगण एवं सभी सम्बन्धित बैंक के अधिकारीगण, कर्मचारीगण, स्वयंसेवकगण उपस्थित हुये

error: Content is protected !!