11:45 am Friday , 30 May 2025
BREAKING NEWS

लहरों की उत्कंठा – Gunjan Agrawal

Gunjan Agrawal

“लहरों” की उत्कंठा हमेशा सिर्फ और सिर्फ,
“किनारे” पर आकर ही समाप्त होती है,
“समुद्र” उस आकुलता कभी समझ ही नहीं पाता, जबकि लहरें हर क्षण उसी समुद्र को समर्पित रहती हैं.!!

गुंजन शिशिर

error: Content is protected !!