Sugandha Sharma इन फूलों को, इन पशुओं को, पेड़ों पर उडती चिड़िया को, प्रेम सिखाता कौन है? कौन सिखाता इश्क़ की भाषा? कौन सिखाता प्रियतम है? सब जुड़े हैं बस भावनाओं से, इससे प्रेम पनपता है, प्रकृति का बस यही भाव है, जिससे प्रेम उपजता है। #सुप्रभात_जिंदगी #सुगंधा
मशहूर होना लेकिन – Pushpa
Pushpa मशहूर होना लेकिन कभी मगरूर मत होना, छू लो कदम कामयाबी के लेकिन कभी अपनों से दूर मत होना..
Read More »जिंदगी -Gunjan Agrawal
Gunjan Agrawal “जिंदगी” एक ऐसी सांझ है, जिसका हर रोज रात के साथ ढलना निश्चित है..!!! गुंजन शिशिर
Read More »जिससे प्रेम – Sugandha Sharma
Sugandha Sharma इन फूलों को, इन पशुओं को, पेड़ों पर उडती चिड़िया को, प्रेम सिखाता कौन है? कौन सिखाता इश्क़ की भाषा? कौन सिखाता प्रियतम है? सब जुड़े हैं बस भावनाओं से, इससे प्रेम पनपता है, प्रकृति का बस यही भाव है, जिससे प्रेम उपजता है। #सुप्रभात_जिंदगी #सुगंधा
खुशी हुई – Gunjan Agrawal
Gunjan Agrawal खुशी हुई जानकर कि तुम अपना ख्याल, खुद रखना सीख चुके हो, कम से कम तुमने मुझे इस बंधन से तो मुक्त किया..!!! गुंजन शिशिर
Read More »सारी उमर- Archana Upadhyay
Archana Upadhyay एक तेरे हाथ से, मेरे हाथ तक का ।। सफ़र तय करने मे,सारी उमर कट गई। ।।
Read More »जिंदगी तो – Sugandha Sharma
Sugandha Sharma *जिंदगी तो सभी के लिए एक जैसी है,* *फर्क इतना है कि* *कोई दिल से जी रहा है,* *तो कोई दिल रखने के लिए जी रहा है..!!! #सुप्रभात_जिंदगी #सुगंधा #हर_हर_महादेव #वंदे_मातरम्
Read More »शाम होते ही – Gunjan Agrawal
Gunjan Agrawal शाम होते ही कुछ चुप्पियां इस कदर मेरे भीतर पसर जाती हैं कि जिन्हें देख रात की तन्हाइयां मेरे और भी करीब आकर मुस्कुराने लगती हैं..!!! गुंजन शिशिर
Read More »समझदारी- Pushpa
Pushpa समझदारी इसी में है.. कि हर समझदार को समझने दो.. की उससे ज्यादा समझदार कोई नही है..!
Read More »बहुत कड़वी है – Sugandha Sharma
Sugandha Sharma लोग कहते हैं बहुत “कड़वी” है जुबान तुम्हारी, क्या करूं यही तो “पहचान” है हमारी। शहद घोलकर मुझे “ज़हर घोलना” नहीं आता । शायद इसलिए “मेरा किरदार ” हर किसी को नहीं भाता ॥ #सुप्रभात_जिंदगी #सुगंधा #हर_हर_महादेव #ॐ_सूर्य_देवाय_नमः #वंदे_मातरम्
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