घिबली रे घिबली
खिली खिली सी
लगती सबकी सूरत
वाह वाह जी ,वाह री!
नेता जी हों या अभिनेता
सब को प्यारा, नया सा चेहरा
सबके मन है भायी
वाह वाह जी ,वाह री!
घिबली रे घिबली
खिली खिली सी
लगती सबकी सूरत
वाह वाह जी,वाह री!
बच्चा बूढ़ा और जवाँ है
लगते सब दीवाने
फस्ट अप्रैल भूल के दुनिया
नये दौर में आयी
वाह वाह जी,वाह री!
घिबली रे घिबली
खिली खिली सी
सूरत सब ने पायी
वाह वाह जी,वाह री!
मैया तेरे नव रातों में
किसने सेंध लगाई
भूल सभी ने तेरी फोटो
खुद की फिल्म लगायी
वाह वाह जी वाह री!
घिबली रे घिबली
खूब है धूम मचा ली
मन सबके है भायी
वाह वाह जी ,वाह री!!
सीमाचौहान
बदायूँ