बदायूं की बात – सुशील धींगडा के साथ
जनपद में ग्रामीण अंचल के विकास की जिम्मेदारी जिला पंचायत की होती है लेकिन पूर्व एमएलसी जितेंद्र यादव की विकास के प्रति निष्ठा के बावजूद जिला पंचायत बदायूं की कार्यप्रणाली जनता के बीच चर्चा का विषय बन गई है और चर्चा का कारण जिला पंचायत के ठेकेदारों द्वारा कमीशन मांगने के आरोप लगाते हुए प्रदर्शन करने के बाद जनता के बीच आई है। विदित रहे कि पूर्व में जिला पंचायत पर स्थानीय ठेकेदारों को नजरंदाज करके गाजियाबाद और अन्य बाहरी लोगों को ठेके दिए जाने का मामला चर्चा का केंद्र विंदु बन चुका है और अब यह कमीशन मांगने का मामला सामने आया है जिसकी शिकायत पूर्व एमएलसी जितेंद्र यादव की पत्नी श्रीमती वर्षा यादव से की गई है। आम आदमी समझ में यह नहीं आ रहा कि ग्रामीण अंचल के उद्योग, पैट्रोल पम्प एवं अन्य संस्थानों से कर वसूली करके विकास कार्य कराने वाली जिला पंचायत की कार्रवाई में कहां पर लोचा है जो बार – बार जिला पंचायत को चर्चा में लाकर खडा कर देते हैं।
