कत्ल हो रहा मानवता का दानव बन बैठा है काल।
अष्टम विचार गोष्ठी सह काव्य गोष्ठी का आयोजन।
पहलगाम आतंकी घटना में मृत नागरिकों को दी श्रद्धांजलि।
भारतीय हिंदी सेवी पंचायत (प्रकल्प: जन दृष्टि व्यवस्था सुधार मिशन) के तत्वावधान में शिव पुरम बदायूं में अष्टम विचार संगोष्ठी सह काव्य गोष्ठी का आयोजन भारतीय हिंदी सेवी पंचायत के संरक्षक वरिष्ठ साहित्यकार डॉ कमला माहेश्वरी की अध्यक्षता में किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में सेवा निवृत्त कर अधिकारी जिला पंचायत व जन दृष्टि व्यवस्था सुधार मिशन के संरक्षक एम एल गुप्ता उपस्थित रहे।
सर्व प्रथम अतिथिगण द्वारा छंदाधिपति गणेश, मां सरस्वती व आदिकवि वाल्मीकि के चित्र पर पुष्प माला अर्पित की गई तदंतर कवियत्री सुनीता मिश्रा द्वारा सरस्वती वंदना प्रस्तुत की गई। उपस्थित साहित्यकारों ने पहलगाम आतंकी घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए भारत सरकार से कठोर निर्णय लेने की अपेक्षा की। गोष्ठी के अंत में पहलगाम आतंकी घटना में मृत नागरिकों को दो मिनट का मौन धारण कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
-डा. कमला माहेश्वरी ने कहा-
सीने में आग धधकती है, अब क्षम्य नहीं कर पाएंगे।
मारा निर्दोष निहत्थों को, नि: शब्द छोड़ नहीं पाएंगे।
माना उदार हैं हम दिल के निर्वीर्य नहीं सुन लो कानों-
कलमा पढ़वाया पैंट खोला, हम खाल तेरी खुलवाएंगे।
राजवीर सिंह ‘तरंग’ ने कहा-
आतंकी हमला हुआ, दहला फिर कश्मीर।
क्षत-विक्षत शव देखकर, बहें नयन से नीर।।
बहें नयन से नीर, बिलख जन मानस रोता।
देख विधर्मी कृत्य, मनुज अब धीरज खोता।
निर्दोषों को मार, बने यह लोग कलंकी।
मोदी करो उपाय, मिटें जग से आतंकी।।
सुनीता मिश्रा ने पढ़ा –
तुम लहरों पर सवार होकर हवाओं से दुश्मनी करोगे तो कहाॅं जाओगे।
ठीक है प्रदर्शन आपका अधिकार है,
यह हमें भी स्वीकार है,
पर इस अनमोल प्रलाप का क्या औचित्य है।।
मधुप्रिया चौहान ने कहा-
कहाॅं सो गए जाग जरा अब, शूरवीर भारत के लाल।
कत्ल हो रहा मानवता का, दानव बन बैठा है काल।।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से संरक्षक एमएल गुप्ता, सुरेश पाल सिंह, प्यारे लाल, केन्द्रीय कार्यालय प्रभारी रामगोपाल, अखिलेश सिंह , सुशील कुमार सिंह आदि की सहभागिता रही।
कार्यक्रम का संचालन भारतीय हिंदी सेवी पंचायत के संयोजक राजवीर सिंह तरंग ने किया ।