बदायूं की बात – सुशील धींगडा के साथ
केंद्र और प्रदेश सरकार की कौशल विकास योजना को कुछ भ्रष्ट अधिकारियों का संरक्षण मिल जाने से कम्प्यूटर केंद्र माफिया सरकार का धन और बच्चों का भविष्य दोनों लूटने में लगे हैं और भ्रष्ट बहुचर्चित अधिकारियों का संरक्षण मिलने के बाद माफियाओं को कोई खौफ नहीं दिख रहा है। विदित रहे कि कौशल विकास योजना केंद्र और प्रदेश सरकार की वह योजना है जिसमें युवाओं को कम्प्यूटर प्रशिक्षण दिया जाता है जिसमें पंजीकृत छात्र एवं छात्राओं को सरकार से मिलने वाले अनुदान से प्रशिक्षण दिया जाता है जिसकी परीक्षा ओनलाइन होती है लेकिन सारा खेल प्रयोगात्मक परीक्षा कोशल विकास योजना के अधिकारियों द्वारा निर्धारित कम्प्यूटर केंद्र पर किया जाता है जहां प्रयोगात्मक परीक्षा में बच्चों को दिए जाने वाले प्राप्तांकों की सूची विभाग को केंद्र संचालक द्वारा दो से चार दिन बाद भेजी जाती है और इन्हीं दो – चार दिनों में प्राप्तांकों को घटाने और बढाने की सौदेबाजी करके केंद्र संचालक अपनी तिजोरियां भरने का काम करते हैं।
