जब – Seema Sharma
Seema Sharma जब भी थामा है तेरा हाथ तो देखा है लोग कहते हैं के बस हाथ की रेखा है हमने देखा है दो तक़दीरों को जुड़ते हुए आज कल पाँव ज़मीं पर नहीं पड़ते मेरे बोलो देखा है कभी तुमने मुझे उड़ते हुए
Read More »बदलाव- Gunjan Agrawal
Gunjan Agrawal समय के साथ कुछ “बदलाव” जरूरी भी होते हैं, और सही भी होते हैं…!!! गुंजन शिशिर
Read More »ख्वाहिशें – Archana Upadhyay
Archana Upadhyay हर ख्वाहिशें,अधूरी है यहाँ। । मुकम्मल जहाँ तो बस कहानियों में होते हैं। ।
Read More »दोगले लोग – Koki Tyagi
Koki Tyagi दोगले लोग कभी पूरी बात नहीं बताते वो बात उतनी ही बताते है जितनी मैं वो सही होते हैं ।। सुप्रभात
जिन्हें – Pushpa
Pushpa जिन्हें सपना देखना अच्छा लगता है, उन्हें रात छोटी लगती है। और जिन्हें पूरा करना अच्छा लगता है उन्हें दिन छोटा लगता है
Read More »हद से ज्यादा – Queen
Queen “जब कभी ये मन हद से ज्यादा भावविभोर होता है, तब पता चलता है कि खामोशियों में कितना ज्यादा शोर होता है!” #सुप्रभात #क्वीन #ॐ_नमः_शिवायः
Read More »निगाहों में – Sugandha Sharma
Sugandha Sharma चाहे ज़माने भर के ग़म हों दिल में , लेकिन होंठो पर मुस्कुराहटों के पहरे हैं। न जाने कितने अनकहे लफ़्ज़ इन निगाहों में आकर ठहरे हैं…।। #सुप्रभात_जिंदगी #सुगंधा #जय_माता_दी #हर_हर_महादेव #वंदे_मातरम्
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