14 मई को राज्य महिला आयोग की सदस्य करेंगी महिला जनसुनवाई
बदायूँ: 08 मई। जिला प्रोबेशन अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि 14 मई 2025 को पूर्वान्ह 11ः00 बजे जनपद बदायूॅ में उ0प्र0 राज्य महिला आयोग लखनऊ की सदस्य अवनी सिंह द्वारा महिला जनसुनवाई लोक निर्माण विभाग बदायूँ के गेस्ट हाउस में तथा जिला कारागार बदायूँ मे महिला बन्दी गृह …
Read More »09 से 25 मई तक कार्डधारकों को होगा निःशुल्क खाद्यान्न का वितरण
बदायूँ: 08 मई। जिलाधिकारी अवनीश राय ने बताया कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 के अन्तर्गत आवंटित आवश्यक वस्तुयें का निःशुल्क वितरण पात्र गृहस्थी तथा अन्त्योदय कार्डधारकों में 09 से 25 मई 2025 के मध्य कराया जाना है। ई-पॉस मशीन से निकलने वाली वितरण पर्चियों पर गेहॅू चावल का मूल्य …
Read More »जागों सोने वालों – वंदे भारत स्लीपर ट्रेन चलने की सुनलो कहानी ?
बदायूं की बात – सुशील धींगडा के साथ बदायूं को लम्बी दूरी की यात्री ट्रेन दिलाने के जरूरत हमारे पालनहारों को कब होगी, लोकसभा चुनाव में बदायूं और आंवला दोनों संसदीय सीटों पर भाजपा को मिलने वाली कमर तोड पराजय के बावजूद भाजपा नेता इस जरूरत को प्रधानमंत्री तक पहुंचाने …
Read More »समाजवादी पार्टी के बदायूँ संसदीय क्षेत्र से सांसद आदित्य यादव का आपरेशन सिंदूर पर वर्जन
………………………………….. भारतीय सेना के पराक्रम को सलाम… पहलगाम के बैसरन घाटी में निर्दोष महिलाओं के सामने उनके पति की हत्या, बच्चों की हत्या करने वाले आतताई आतंकवादियों को नेस्तनाबूद करने वाली भारतीय सेना के गौरव को नमन…। एक बार फिर भारत की सेना साबित कर दिया है कि वह न …
Read More »आज की जरूरत
राजनीति में थे सूरज- चंदा और थी उनकी बात सुहानी, बदायूं के राजनेतिक पूर्वजों की जरा याद करों वह कहानी ?
बदायूं की बात – सुशील धींगडा के साथ जिले की राजनीति में पारिवारिक विरासत को संभालनें में विफल रहने वाले लोगों पर निगाह डाली जाये तो दर्जनों नाम सामने आते हैं। पूर्व सांसद जयवीर सिंह कश्यप का नाम कभी जनपद की पहचान हुआ करता था। दातागंज की विधायक श्रीमती संतोष …
Read More »आज का महत्व
रहते हैं उझानी तो मागें कहां पानी, यही तो है उझानी की कहानी ?
बदायूं की बात – सुशील धींगडा के साथ अंग्रेजों की हुकूमत के दौरान बदायूं जिले की आर्थिक राजधानी उझानी की वह प्रगति और पराक्रम किसी से छिपा नहीं है जब उझानी में शीतग्रह की भरमार थी, कपड़ों की थोक मंडी थी और राजनेतिक धुरी का निर्धारण उझानी से दिखा करता …
Read More »